●●●●●●●●▬▬▬▬▬▬ஜ۩ घुश्मेश्वरजी का विशिष्ट श्रृंगार۩ஜ▬▬▬▬▬●●●●●●●●●●
सर्वप्रथम पुजारीजी के द्वारा श्री घुश्मेश्वरजी एवं माँ पार्वती व गणेश जी को गंगाजल से स्नान कराया जाता है । उसके बाद श्री घुश्मेश्वर एवं सभी को चंदन और केसर चढाया जाता है एवं अत्तर का छिडकाव किया जाता है । उसके बाद आरती की तैयारी शुरु होती है । दिये, अगरबत्ती प्रगटायी जाती है । फूलों से श्रृंगार किया जाता है और आरती के हेतु सभी वाद्ययंत्र एवं शंख का उपयोग किया जाता है और श्री घुश्मेश्वरजी की आरती वाद्ययंत्रो के साथ गायी जाती है । इस दौरान श्री घुश्मेश्वरजी की मनपसंद श्री राम स्तुति का गान होता है । मंदिर में उपस्थित सभी भक्त अनन्य भाव से शामिल होते हैं । सोमवार के दिन श्री घुश्मेश्वरजी का विशिष्ट श्रृंगार किया जाता है |
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